सत्ता का भूखा-प्यासा...
------------
झूठा झूठा तेरा वादा
तेरे वादे ने मुझे मारा
कहा था दूँगा सहारा
मुझको किया बेसहारा।
मैं चला तेरे पीछे-पीछे
अपनी आँखें मीचे-मीचे
कभी न सोचा तेरा-मेरा
तूने छोड़ दिया मझधारा।
तू सत्ता का भूखा-प्यासा
सत्ता की तुझको अभिलाषा
मिली सत्ता जब तुझको
अपनो से किया दरकीनारा।
समझने वाले समझ गए
ये किसको किया इशारा
भूल हुई हर बार हमसे
पर अब होगी न दुबारा।।
कैलाश मंडलोई 'कदंब'
0 टिप्पणियाँ