सांसों की अमानत पर
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हर पल हर क्षण
नई-नई कल्पनाएँ
नए-नए सपने
नए-नए उन्मन
साँसो की अमानत पर
संजोती रही जिंदगी
मन की अनुभूति को
ज्ञानमय आधार दे
खुशियाँ के गमों के
गीत नए मित नए
समय के पदचाप पर
रचती रही जिंदगी।
निराशा है मृत्यु
जीवन है आशा
जिंदगी की तमन्ना
कभी पूरी न होगी
मन की अभिलाषा।
साँझ की हर साँस को
भोर का विश्वास दे
आशा की तलाश में
दूर तक गमन किया
बह गए बहाव में
भाव के अभाव में
कुछ न कर सके हम
रेत सी कगार पर
बिखर गई जिंदगी।
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