जीवन एक पहेली


 


कभी हँसाती, कभी रुलाती 
कभी रूठती, कभी मनाती
हर पल लेती इम्तिहान 
मत होना तुम परेशान 
सुख दुख संग सहेली
जीवन एक पहेली।
कभी सरल तो, कभी कठिन 
कभी पास तो कभी फैल 
कुछ पाना, कुछ खोना 
जो होना, सो होना 
यह जीवन का गाना
सुख दुख संग सहेली
जीवन एक पहेली।


मुफ्त नहीं मिलता 
सब कर्मों का खेला 
कोई है कंगाल 
कोई मालामाल 
कोई दाने को तरसे 
कोई पेट भरेला 
सुख दुख संग सहेली
जीवन एक पहेली।


क्या लेकर आया 
क्या लेकर जाना
क्या तेरा क्या मेरा
संग नहीं कुछ जाना
आया तू अकेला
जाना भी अकेला 
जीवन है एक मेला
मतकर ठेलमठेला
सुख दुख संग सहेली
जीवन एक पहेली।
रूप रंग दो दिन का
माटी में मिल जाना
मत कर इतना
मान गुमान
आया तू अकेला
जाना भी अकेला 
बात कही सच मान
सच्चा ये आतम ज्ञान
रख मुख पर मुस्कान
बन सच्चा इंसान
सुख दुख संग सहेली
जीवन एक पहेली।
 
चलनाही तो जीवन है

 

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