स्कूल हंसते-हंसते जाए कभी न रोते जाए हम नन्हे मुन्ने प्यारे बच्चे गीत खुशी के गाए हम।। सारे जग से न्यारे हम सब की आँखों के तारे हम सब के राज दुलारे हम मम्म…
Read more »महाराज बिबसार को निंद्रा नहीं आ रही थी। एक सन्यासी ने कह दिया था तुम को नरक में जाना पडेगा।' दूसरे दिन वह सन्यासी के पास पहुचा और कहने लगा …
Read more »क्षमा भगवन कृपालु, गूढ़ बात सरल शब्दों में कहना आता नहीं में यह बोल-कुबोल बोल रहा हूं वाह कैसा मुखड़ा है ये मुखड़ा है कि थोबड़ा ऐसे बेसिरे मुंहों को चाहे मुखड़ा क…
Read more »जीवन! जीवन क्या है? धीरे-धीरे मरने का नाम ही तो जीवन है। मैं धीरे धीरे मर रहा हूँ। सभी धीरे-धीर मरते हैं। पर धीरे-धीरे मरना आसान थौड़े ही है। लेकिन मरना तो है,…
Read more »जब मनुष्य को प्रकृति ने पैदा किया तो उसमे अनेक गुणों के साथ 'जिज्ञासा' नाम का गुण भी डाल दिया, और अपने सारे रहस्यों पर पर्दा डाल दिया। जिज…
Read more »मातृ दिवस पर माँ की महिमा (दोहे) ------------------------- माँ की ममता त्याग से, पले बढ़े इंसान। रक्त कणों से सींच कर, तन में डाले जान।।1।। …
Read more »संस्कृति ही समाज की आत्मा होती है। भारतीय संस्कृति सदियों से विश्वव्यापी विशाल क्षेत्र की एक महत्त्…
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