डरो नहीं, सामना करो जीवन एक संघर्ष है। इस संघर्ष में आप पर आर्थिक, सामाजिक, मानसिक, बौद्धिक, व्यवहारिक हमले होंगे।आपको जो भी हमला मिलता है, वह आपको र…
Read more »आज आधुनिकता के दौर में सामाजिक मूल्यों एवं नैतिकता का पतन हो रहा है। आज हमारा समाज और राष्ट्र संधिकाल के दौर से गुजर रहे है। कुछ रूढिवादिता कम हुई है…
Read more »माटी की धरती पर सहसा सोने के फूल खिल उठे। सभी चौके, सभी को यह विस्मय भा गया। तभी सहयोग की बाहें आगे बढ़ीं और जन-जागरण की जयमालाएँ सबके गले में डाल दीं…
Read more »खेतों की सुरक्षा के लिए बाड़ और जल की सुरक्षा के लिए पाल की जाती है। बाड़ की उपयोगिता तभी है, जब खेती लहलहा रही हो और पाल की उपयोगिता तभी है जब बाँ…
Read more »उसने कहा तुम जिसके नाम का सिंदूर अपने माथे पर लगा रही हो उसके नाम का सिंदूर लगाने की तैयारी मृगनयनी कर रही है। यह सुनते ही सुनयना के पैरो तले की जम…
Read more »मैं नन्हा मुन्ना बच्चा था बचपन कितना अच्छा था।। लड़ूं झगड़ू मैं तो सबसे था दिल में कोई बैर नहीं। नई-नई फरमाइश मेरी घरवालों की खैर नहीं। समझ में थोड़ा कच्चा था बचपन कितना अच…
Read more »अगर, मगर, किंतु, परन्तु से बाहर आओ कोई परिणाम एक दिन का नतीजा नहीं होता। अंधे के हाथ बटेर कभी ही लगती है। …
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