भुखमरी ------------- जब रोटी के गीत गा कर माँ भूखे ही बच्चों को सुलाती है। उनके फटे होंठ पिचका पेट देख माँ जिन्दी मर जाती है। बोनी हो जाती वहाँ सारी परिभाषा जो…
Read more »लेखनी ललकारती है सच बताना चाहिये। आँख पर से झूठ का पर्दा उठाना चाहिये।। जान कर अनजान बनना ना हमारा धर्म हो। नोट के खातिर न कोई सच छुपाना चाहिये।…
Read more »शब्दों के भ्रम जाल ---------------------- मुक्त होना चाहता हूँ शब्दों के भ्रम जाल से झूठी कथा कहानी सुनाकर छला धर्म के नाम पर झूठे कर्म-कांड बताकर छला कर्म के…
Read more »शिक्षा का गिरता स्तर जिम्मेदार कौन? शिक्षा क्या है? शिक्षा एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। मनुष्य जन्म से मृत्यु पर्यंत इस प…
Read more »जिस्म का सौदा --------------- रेंगते कीड़ों की तरह बीमारी भुखमरी से लड़ते भरपेट भोजन को तरसते लोग कोई शौक नहीं झूठन खाने का मजबूरी है बड़ा कठिन है खाली पेट इज्जत की हिफाजत…
Read more »(1) पढ़ने की संस्कृति मतलब किताबों से दोस्ती हमारी फिक्र किताबों से दूर होते बच्चे पढ़ने की संस्कृति मतलब किताबों से दोस्ती -------…
Read more »कहाँ चल पड़ा इंसान? ------------------- ईमान गवा बैठा इंसान ढो रहा दुखों का पहाड़ छल-कपट राग-द्वेष से परे, सीधे सपाट समतल रास्ते छोड़ कहाँ चल पड़ा इंसान? न्याय की, …
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