सत्य की परछाइयाँ (दोहे) --------------------------- परछाईं में सत्य की, सदा रहो …
Read more »आस्था अंतर्मन की... -------------------------- गर ईश्वर में है आस्था, थोड़ा कुछ ऐसा कर दो। किसी दुखी उदास मन में, बस थोड़ी सी हंसी भर दो।। जख्मों को कु…
Read more »समाधान की आशा में कैसे मन ये भटक रहा ।। पल भर न है चैन इसको यहाँ वहाँ सर पटक रहा।। …
Read more »शब्द का चिंतन मनन कर शब्द मधुरस घोल दे। शब्द को पहचान प्राणी शब्द मीठे बोल दे।। शब्द का चिंतन मनन कर... …
Read more »न्याय की तस्वीर से सच का अस्तित्व --------------------- न्याय का नाटक खेलते-खेलते सच को झूठ बोलते-बोलते झूठ को सच साबित कर…
Read more »इसीलिए नाराज है बेटी... .................................. परम क्षण थे वे, जब जन्म हुआ बेटी का धरा मुस्कराने लगी, गगन गीत गाने लगा सुन किलकारी बेटी की आँगन का बरगद भी…
Read more »जज्बातों की फटी चादर मैं सीता हूँ... ------------------------------- कविता का मैं भूखा हूँ, कविता का मैं प्यासा हूं, कविता का रस पीता हूँ, खाकर कविता जीता हूँ। देश धर्म…
Read more »