आदमी बेचारा
जरा ध्यान लगाकर सुनो तो, ये कैसी आवाजें?
अंतर्मन की आवाज, पाँच कविताएं
डॉ० भीमराव अम्बेडकर के विचार एवं दर्शन
कीचड़ खा कर पलते लोग
कौन आग लगा रहा दिलों में
मीठी वाणी बोलिए,