हर रोज की तरह जब सुबह सोनू उठी, तो उसने उठते ही देखा कि सूरज पूरब से निकल रहा है। वह मन ही मन सोचती हैं कि अभी-अभी था घना अंधरा अब न जाने वह किधर गया…
Read more »देखो सूरज दादा आज कैसे बने आग का गोला। बच्चे दौड़ खूब लगाए खाए बरफ …
Read more »आदमी बेचारा आदमी बेचारा क्या करें? शादी हुई, बीवी घर आई। बीवी के लिए नया घर, हर चीज नई। हर काम नया। वह बीवी का कहा मानने लगा…
Read more »जरा ध्यान लगाकर सुनो तो? ये कैसी आवाजें है? देखा नही पर सुना है किताबों में पढ़ा है पहले शास्त्रार्थ हुआ करते थे जीवन जीने के लिए आत्मा की मुक्ति के लि…
Read more »अंतर्मन की आवाज --------------------- दिन के उजाले में साँझ की हर साँस को भोर का विश्वास दे शब्द बुनें अर्थ गढ़े आस की तलाश में दूर तक गमन किया कुछ न कर स…
Read more »डॉ० भीमराव अम्बेडकर के विचारों एवं दर्शन बाबा साहब आम्बेडकर का पारिवारिक इतिहास 14 अप्रैल सन् 1891 में मध्यप्रदेश के महू में सूबेदार रामजी व…
Read more »कीचड़ खा कर पलते लोग ----------------------------------- मानव व्यवहार में …
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