घर और उसका प्रभाव-बच्चों में संस्कार दे
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मनुष्य के विकास को ले कर एक बार एक प्रयोग किया गया. दो बच्चों को उन के
जन्मते ही घने जंगल में गुफा के भीतर रख दिया गया. उन्हें खाना तो दिया जाता
था...
2 वर्ष पहले
इच्छाएँ जिनका आदि न अंत ------------------- उसने सोचा अभी मेरे खेलने के दिन है खूब खेला अभी पढ़ने के दिन है खूब पढ़ा पढ़ लिखकर नोकरी लगी शादी हुई पत्नी आई बच्चे ह…
Read more »पांच छंद (०१) विधा घनमयूर छंद विधान (111 111 211 112 212 1 2) 17वर्ण , 4 चरण , (7,6,4 वर्णों पर यति) पुलकित सजनी, रुप झलकाती, लुभा…
Read more »कभी हँसाती, कभी रुलाती कभी रूठती, कभी मनाती हर पल लेती इम्तिहान मत होना तुम परेशान सुख दुख संग सहेली जीवन एक पहेली। …
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